Tuesday, July 3, 2012

कुछ पल ही सही वो अपने हाथों में इक लकीर सजा बैठे

..

उम्र भर के लिए वो शख्स हाथों में इक लकीर सजा बैठा 
चंद सिक्कों की खातिर अपनी इज्जत-ओ-शान गँवा बैठे ।

______________________हर्ष महाजन ।

No comments:

Post a Comment