Thursday, September 13, 2012

मेरे दिए हुए फूलों पे प्यार लिख लेना

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मेरे दिए हुए फूलों पे प्यार लिख लेना,
हुआ जो मुझसे दगा इंतज़ार लिख लेना |

कभी तू मूँद के आखों को दिल की सुन धड़कन
किसे वो देती सदा नाम यार लिख लेना |

ख्याले-यार से नशीला हो रहा है बदन
इंतिहा-ए-इश्क में मुझको बीमार लिख लेना |

तेरी नींदों में ख्वाब मेरे कभी चलने लगें
इन नेमतों का मुझे अस्ल हक़दार लिख लेना |

ग़मों को मैं भी आजकल सजा के रखने लगा
ज़रा सी ठेस पर मेरा दीदार लिख लेना |

_________________हर्ष महाजन |

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