Tuesday, December 9, 2014

क़ैद ज़ख्मों में है खुदा के अब छेड़ो न उसे



क़ैद ज़ख्मों में है खुदा के अब छेड़ो न उसे,
वो तो खुद इतना नशीला है बिखर जाएगा |



Qaid zakhmoN meiN hai khuda ke ab chheho na usey,
Woh toh khud itna nasheela hai…………bikhar jaayega.

__________________हर्ष महाजन

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