Monday, January 4, 2016

मुझसे मेरी मेहरबानियों का कभी जिकर न करना

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मुझसे मेरी मेहरबानियों का कभी जिकर न करना,
तनहा हूँ, मेरी इस आदत का कभी फिकर न करना |
________________हर्ष महाजन

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