Friday, November 4, 2011

Punjaabi Geet

दोस्तों मेरा  एक पुराना पंजाबी गीत है वो मैं पेश  कर रहा हूँ ....उम्मीद है पसंद आएगा....शराब के ऐब पर कहा गया है ....आपसे अनुरोध अआप इसमें से कोई भी बंद किसी और रूप में कहीं भी इस्तेमाल न करें ........
ऐ किदाँ दा पानी ए सिद्दा सिर नु चढ़ जाऊंदा ए
ते पीडां दिल दियां ठंडियाँ कर गहरे सागर लै जाऊंदा ए

यादां उस दियां जद वी कदे बन ख्वाब सलौने औन्दे ने
चुप-चाप ओ लपटां बौतल चों बन यार दे चेहरे औन्दे ने
डिगदा मैं टैन्धा यार मेरा बौतल चों पानी पिलौन्दा ए
ते पीडां दिल दियां .........................

ऐ दर्द घोल्दियाँ कालियां रातां नागाँ वांगु शून्कदियाँ
सदके जाँवा एस बौतल दे कोयल बन यादाँ कूकदियाँ
जद होवे बौतल खाली कदे दिल बौतल विच वड जौंदा ए |
ते पीडां दिल दियां .........................

अर्थी जद मेरी निकले लोको ओ यार दी चादर पा देना
घर उसदा रस्ते आ जाए माड़ा ज्या पर्दा चाक्क देना
बोतल दा पानी भूलना नहीं ए मीठी आग लागौन्दा ए |
ते पीडां दिल दियां .........................

_______________हर्ष महाजन

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