Saturday, December 15, 2012

काश ! कुछ यूँ होता, तेरे ख्याल साथ होते

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काश ! कुछ यूँ होता, तेरे ख्याल साथ होते,
फिर इस तरह से मेरे तुम दरमियाँ तो होते | 

...जिन दिलों की रस्में मिलने से होतीं पूरी ,
कुछ कदम यूँ मिलके दिल बागबाँ तो होते |


____________हर्ष महाजन |

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