Tuesday, May 26, 2015

है कोई शख्स कहीं जिसको इंतज़ार तेरा

नज़्म


__________रोमिल___________
है कोई शख्स कहीं जिसको इंतज़ार तेरा,
वो चाँद देख के करता है याद प्यार तेरा |
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हैरान खुदा ने तुझे किस तरह उतार दिया,
जो पूछा उसने कहा उसपे था उधार तेरा |
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अगर जो दिल से कहूं शायरी का मूड नहीं,
फकत जन्म पे सभी को है इंतज़ार तेरा |
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ये महफ़िलें हैं सजी हर शमा पे शेर चला,
मुबारर्कों में उठा फिर नाम बार-बार तेरा |
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रहे तू दिल में सदा जिसकी तू अमानत है,
गुलाब बनके चले हमसफ़र फिर हार तेरा |
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जन्म-दिन मुबारक----जन्म-दिन मुबारक



हर्ष महाजन

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